शनिवार, 13 दिसंबर 2008

भगदड़ खत्म कराने तोमर- दवे ने संभाला माइक

भोपाल। मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह का साक्षात्कार करने पहुंचे पार्टी जनों के लिए जंबूरी मैदान भी कम पड़ गया। हर दस-पंद्रह मिनट बाद कार्यकर्ताओं में कुर्सी हासिल करने के लिए भगदड़ मचती रही। प्रेस दीर्घा के पीछे खाली पड़ी कुर्सियों पर कब्जा जमाने के लिए लोगों ने दौड़ लगाई। कुर्सी पर जमने के बाद कार्यकर्ता हाथों में झंडे-पोस्टर लेकर मुख्यमंत्री जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। इस हंगामे को शांत करने के लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर और भाजपा के उपाध्यक्ष अनिल दवे को कई बार माइक संभालना पड़ा।
कार्यकर्ताओं ने बैरिकेटस तोड़कर विधायक, सांसद, प्रशासनिक अधिकारियों की गैलरी में कब्जा जमा लिया। कार्यकर्ता इन गैलरियों के पीछे खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। प्रदेशाध्यक्ष श्री तोमर ने माइक पर विधायक जयसिंह मरावी, सांसद गौरीशंकर बिसेन सहित अन्य नेताओं के नाम लेकर उनके कार्यकर्ताओं को काबू में करने के लिए कहा।
इधर अपने लिए निर्धारित गैलरी में जगह नहीं मिलने पर सांसद और विधायकों को प्रेस गैलरी का सहारा लेना पड़ा। सबसे पहले राज्यसभा सदस्य मायासिंह, उनके पति ध्यानेन्द्र सिंह ने प्रेस गैलरी में प्रवेश किया। इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय, अरविंद भदौरिया, करण सिंह वर्मा, लोकेन्द्र सिंह, महेन्द्र हर्डिया, गौरीशंकर शैजवार, प्रेमनारायण ठाकुर भी प्रेस गैलरी में आ गए।
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अन्य झलकियां
-उसी जगह पर मंच बनाया गया,जहां कार्यकर्ता महाकुंभ के दौरान बनाया गया था
-मंच पर आने के लिए पीछे से दो प्रवेश द्वार बनाए गए थे।
- अतिविशिष्ट लोगों की दीर्घा में बुधनी से आए कार्यकर्ताओं ने कब्जा जमा लिया। बाद मे अतिविशिष्ट व्यक्तियों के लिए पुलिस अधीक्षक जयदीप प्रसाद ने कुर्सियां लगवाई।
- धर्मगुरुओं का मंच पर शाम चार बजे आना शुरू हुआ।
- कुर्सी संभालने के लिए कार्यकर्ताओं की दौड़ के कारण जंबूरी मैदान में धूल के गुबार उड़ते रहे।
- कार्यकर्ता पंडाल के बाहर बस के ऊपर बैठकर शपथ समारोह देख रहे थे।
- उत्साहित कार्यकर्ता शिवराज मामा जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। इसमें 70 साल के कार्यकर्ता भी शामिल थे।
-मंच के सामने तिरंगा लहरा रहा था।
- पूरे ग्राउंड में अलग-अलग रंग के झंडे लगाए गए थे।
-मैदान में गुब्बारे भी लगाए गए थे। बीच बीच में गुब्बारे आसमान में छोड़े गए। श्री चौहान के के शपथ लेते ही पूरे गुब्बारे आसमान में उड़ा दिए गए।
- एक कार्यकर्ता कमल के फूलों की हैट लगाकर विधायक गैलरी में बैठा हुआ था।
- कार्यकर्ताओं के लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी, लेकिन वहां होमगार्ड और सुरक्षा कर्मियों ने भोजन के पैकेट और पानी के पाउचों पर हाथ साफ किए।
- कार्यकर्ताओं के लिए पेयजल के लिए पाइप लाइन और स्टैंड बनाया गया था। बाहर से आए कार्यकर्ता उस पानी में नहाते दिखे।

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