टीकमगढ़। दो दिन पहले बिजली विभाग ने डूंडा ग्राम पंचायत की बिजली काट दी। डूंडा के अलावा पंचायत के कबराटा और राजापुर गांव भी अंधेरे में डूब गए। पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री उमाभारती के गृह ग्राम डूडा गांव की बिजली गुल होने को लेकर विभाग बिल जमा न होने पर बिजली काटने की बात कहता है।
डूंडा ग्राम पंचायत के अंतर्गत डूंडा गांव, कबराटा और राजापुर गांव सम्मिलित हैं। सुश्री उमाभारती के गृह ग्राम डूंडा की आबादी करीब 3 हजार है। विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के दूसरे दिन ही यहां की बिजली काट दी गई। गांव के नब्बू कुशवाहा, जयराम लोधी, हल्के लोधी कहते हैं कि मेरे गांव के साथ सरकार ज्यादती कर रही है। अधिकारी और कर्मचारी जानबूझकर इस गांव को उपेक्षाग्रस्त बनाए हैं। गांव के ही राममिलन तिवारी, देशराज लोधी, कल्ला सौंर, गोकुल लोधी, रतिराम पाल, रामदयाल भी कहते हैं कि सुश्री उमाभारती इस गांव की रहने वाली हैं, जिस कारण सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। डूंडा गांव को पूरी तरह अंधेरे में कर दिया गया।
वहीं कुछ ग्रामीण कहते हैं कि बिजली के बिल सूखा के कारण कुछ समय के लिए नहीं चुकाए जा सके। बिजली विभाग ने जबरन बिल बढ़ाकर थोपे हैं और डूंडावासियों पर बड़ी रकम बिल की निकाल दी है।
विद्युत वितरण केन्द्र बड़ागांव धसान के ओआईसी पीएन यादव कहते हैं कि डूंडा ग्राम पंचायत के रहवासियों पर करीब 7 लाख की राशि बिजली बिल की बकाया है। यह राशि जमा नहीं की गई है, जिस कारण दो दिन पहले बिजली काटी गई है। दो ट्रांसफार्मर बंद किए गए हैं।
सांसद व विधायक निधि से नहीं फूटी कौड़ी
सुश्री उमाभारती की गृह ग्राम पंचायत डूंडा में पिछले तीन साल में गिनती के काम दिए गए। उनकी भी राशि जारी नहीं की गई। पंचायत सचिव रमेशकुमार सोनी बताते हैं कि तीन साल में महज 8 लाख रुपए के काम कराए गए हैं। कुछ और काम स्वीकृत हुए थे, जिनकी राशि जारी नहीं की गई है। इतना ही नहीं, सांसद निधि और विधायक निधि से भी इस पंचायत को एक फूटी कौड़ी विकास के नाम पर नहीं दी गई।
शनिवार, 13 दिसंबर 2008
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