दामुल, मृत्युदंड, गंगाजल, अपहरण जैसी सशक्त फिल्म बनाने वाले बॉलीवुड के जाने माने निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा ने कहा कि उनकी आने वाली फिल्म राजनीति में अभिनेत्री कैटरीना कैफ के किरदार और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच साड़ी के अलावा कोई समानता नहीं है।
फिल्म राजनीति में कैटरीना के किरदार और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी की जीवन के बीच समानता से होने के प्रश्न पर प्रकाश झा ने कहा कि फिल्म की कहानी में दोनों के बीच कोई समानता नहीं है। सोनिया जी और कैटरीना में अगर कुछ मिलता जुलता है तो बस वह सुंदर साड़ी है, जो कैटरीना ने फिल्म में पहनी है। उन्होंने कहा कि इस फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी है और वर्ष 2010 की शुरूआत में यह प्रदर्शन के लिए तैयार होगी। इस फिल्म के लिए प्रकाश झा ने यूटीवी से गठजोड़ किया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या राजनीति उनकी अन्य फिल्मों दामुल, मृत्युदंड, गंगाजल और अपहरण की तरह ही समाज का आईना होगी तो उन्होंने कहा कि मैं हमेशा ऐसी फिल्में बनना पसंद करता हूं, जो हमारे आसपास की घटनाओं और सामाजिक सरोकारों से जुड़ी हो।
उन्होंने कहा कि पहले भी मैंने अपनी फिल्मों के जरिए समाज में व्याप्त बुराईयों को सतह पर लाने और लोगों को इनके बारे में गंभीरता से सोचने की ओर उन्मुख करने का प्रयास किया है। प्रकाश झा ने कहा कि राजनीति में भारतीय लोकतंत्र का सही अर्थो में चित्रण करने का प्रयास किया गया है। इस फिल्म में यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि किस प्रकार देश में धन बल और शक्ति बल के उपयोग से लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है और गलत काम किया जा है।
नाना पाटेकर, अजय देवगन जैसे कलाकारों को अपनी फिल्मों में बार बार लेने के से संबंधित एक प्रश्न के जवाब में झा ने कहा कि जब नाना पाटेकर, अजय देवगन, नसीर साहब, मनोज वाजपेयी जैसे मंजे हुए कलाकार हों तो काम करने में आसानी होती है और विषयों को सटीक अंदाज में पेश किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लेकिन ऐसी बात नहीं है कि मैं कुछ ही लोगों के साथ बार-बार काम करता हूं। राजनीति में भी रणवीर कपूर, अर्जुन रामपाल, कैटरीना कैफ जैसे नए लोग मेरे साथ काम कर रहे है। झा ने कहा कि रणवीर ने फिल्म सांवरिया में अच्छा काम किया है और उन्हें उम्मीद है कि फिल्म अच्छी बनेगी। झा ने कहा कि भोपाल की पृष्ठभूमि के साथ इस फिल्म में मध्य प्रदेश के पांच हजार प्रशिक्षित कलाकार काम कर रहे हैं। फिल्म राजनीति वास्तव में मेरी उत्साहजनक और महत्वाकांक्षी परियोजना है।
गुरुवार, 19 मार्च 2009
डीएसपी की पत्नी ने हड़पी रिश्तेदार की जमीन
भोपाल। डीएसपी की पत्नी ने फर्जी कागजात के सहारे अपने ही रिश्तेदार की एक एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया। उन्होंने इस बेशकीमती जमीन को हासिल करने के लिए बहू को रिश्तेदार बता दिया। रातीबड़ पुलिस ने डीएसपी की पत्नी और बहू के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक सविता पवार पत्नी एसडी पवार (43) होशंगाबाद रोड पर रहती हैं। उनके पति जल संसाधन विभाग में इंजीनियर हैं। पूनम पवार पत्नी एसएस पवार हाउसिंग बोर्ड कालोनी करोंद में रहती हैं। उनके पति रीवा में डीएसपी हैं। एसएस पवार और एसडी पवार रिश्तेदार हैं। वर्ष 1996 में दोनों अधिकारियों ने अपनी-अपनी पत्नी के नाम से रातीबड़ इलाके के ग्राम बिशनखेड़ी में संयुक्त रूप से तीन एकड़ जमीन खरीदी थी। यह जमीन चुन्नीलाल की थी। वर्ष 2003 में डीएसपी की पत्नी पूनम ने सविता के हिस्से की एक एकड़ जमीन जयसिंह नगर निवासी मूलचंद आठिया को बेच दी।
जमीन बेचते समय पूनम ने अपनी बहू कामना पवार को सविता के रूप में प्रस्तुत किया था। कागजात में हस्ताक्षर भी कामना ने किए हैं। जमीन का नामांतरण होने के बाद पूनम ने उक्त जमीन अपने नाम करा ली। रिकार्ड में यह जमीन मूलचंद से खरीदना बताया गया है। जानकारी मिलने पर सविता ने मामले की शिकायत थाने में की थी। पुलिस ने जांच के बाद पूनम व कामना के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
जमीन बेचते समय पूनम ने अपनी बहू कामना पवार को सविता के रूप में प्रस्तुत किया था। कागजात में हस्ताक्षर भी कामना ने किए हैं। जमीन का नामांतरण होने के बाद पूनम ने उक्त जमीन अपने नाम करा ली। रिकार्ड में यह जमीन मूलचंद से खरीदना बताया गया है। जानकारी मिलने पर सविता ने मामले की शिकायत थाने में की थी। पुलिस ने जांच के बाद पूनम व कामना के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
पानी पर चुनावी महायुद्ध की तैयारी
bhopal |लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश की इंदौर संसदीय सीट हथियाने को बेचैन कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर जलसंकट को लेकर हमले तेज कर दिए हैं। संसदीय सीट के साथ-साथ अभी इंदौर नगर निगम (आईएमसी) और मध्यप्रदेश सरकार पर भाजपा का राज है। शहर में दिनों-दिन गहराते जलसंकट के लिए कांग्रेस ने अपने प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी दल के नुमाइंदों की कथित उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही, प्रदेश सरकार से मांग की है कि यहां जलवितरण व्यवस्था पर एस्मा यानी आवश्यक सेवा रख-रखाव अधिनियम लगा दिया जाए। कांग्रेस की स्थानीय इकाई ने चेतावनी दी है कि तीन दिन के भीतर उसकी मांग पूरी नहीं की गई तो वह खुद आईएमसी कार्यालय पर 'पब्लिक एस्मा' का नोटिस चस्पा कर देगी। शहर कांग्रेस प्रवक्ता अभय दूबे ने कहा, 'पानी भरने को लेकर होने वाले विवाद खून-खराबे में तब्दील हो रहे हैं। इंदौर को जलसंकट से निजात दिलाने में भाजपा पूरी तरह नाकाम रही है।' दूबे ने कहा कि अगर प्रदेश की आर्थिक राजधानी में जलवितरण व्यवस्था पर सरकार ने एस्मा नहीं लगाया तो कांग्रेस जनता की ओर से 'एस्मा' का एलान कर देगी और जलसंकट के लिए जिम्मेदार सरकारी कारिंदों से अपनी तरह से निपटेगी। इस बीच, कांग्रेस ने आरोप लगाया है शहर के कुछ भाजपा नेता जनता को पानी बांटने वाले टैंकरों का चुनाव प्रचार में गैर कानूनी इस्तेमाल कर रहे हैं। पार्टी ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया है और इस बारे में चुनाव आयोग से शिकायत कर दी है।
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