शुक्रवार, 28 नवंबर 2008

अब बीयू का परीक्षा रिकार्ड भी ऑन लाइन

भोपाल। किस दिन कौन-कौन से पेपर हैं और उसमें कितने छात्र शामिल हो रहे हैं, इस तरह की किसी भी जानकारी के लिए परीक्षा केंद्रों को अब दौड़ धूप करने की जरूरत नहीं है। परीक्षा के दौरान हर सेंटर्स पर सुबह-सुबह यह सारी जानकारी पहुंच जाएगी। जरूरत होगी तो सिर्फ कंप्यूटर खोलने की। इतना ही नहीं किस पेपर में कितने छात्र आए और कितने नकल प्रकरण बने, यह डेली रिकार्ड भेजने के लिए कालेजों को भी विश्वविद्यालय तक भागना नहीं पड़ेगा।
अपनी कार्य प्रणाली को लगातार हाईटेक बनाने वाला बरकतउल्ला विश्वविद्यालय अब परीक्षा कार्य को भी अपनी वेबसाइट से जोड़ रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय ने एक एडवांस साफ्टवेयर तैयार कराया है। इस साफ्टवेयर का पहली बार इस्तेमाल 16 दिसंबर से शुरू हो रही सेमेस्टर परीक्षा में किया जाएगा। इसका लाभ परीक्षार्थियों और परीक्षा केंद्रों को तो मिलेगा ही, विश्वविद्यालय प्रशासन की परेशानी भी काफी हद तक दूर हो जाएगी। इस साफ्टवेयर के जरिए परीक्षा के दौरान प्रत्येक परीक्षा सेंटर को रोजाना उस दिन होने वाले पेपर्स का टाइम टेबल वेबसाइट पर लोड कर दिया जाएगा। टाइम टेबल में उस दिन होने वाले सभी पेपर और उनके समय के अलावा उन पेपर्स में बैठने वाले छात्र-छात्राओं की सूची भी वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी। सभी सेंटर्स को निर्देश दिया जा रहा है कि वे रोज सुबह वेबसाइट खोलकर अपने कालेज से जुड़ी जानकारी डाउन लोड कर लें।
कालेज से ही जमा हो जाएगा अटेंडेंस रिकार्ड
कालेजों को भेजी जाने वाली परीक्षार्थियों की सूची के साथ उपस्थिति पत्रक भी रहेंगे। इसमें तीन विकल्प रहेंगे। उपस्थित, अनुपस्थित और नकल प्रकरण । कालेज प्रशासन द्वारा तीनों विकल्प के आगे संख्या डालकर कंप्यूटर के माध्यम से ही विश्वविद्यालय को मेल कर दिया जाएगा। अभी तक कालेजों को परीक्षा होते ही रोजाना रिपोर्ट लेकर विश्वविद्यालय तक आना पड़ता था। राजगढ़, ब्यावरा, बैतूल, खिलचीपुर, हरदा आदि दूरस्थ स्थानों के सेंटरों से एक-एक सप्ताह में जानकारी आ पाती थी। अब पेपर खत्म होते ही रोजाना पूरा रिकार्ड मिल जाएगा। इससे रिजल्ट बनाने के कार्य में भी तेजी आएगी।
प्रत्येक सेंटर को मिलेगा कोड
इस पूरी प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रत्येक परीक्षा सेंटर्स को एक गुप्त कोड दिया जाएगा। विश्वविद्यालय की वेबसाइट में परीक्षा टाइम टेबल खोलने के बाद सभी सेंटर को अपना कोड डालना होगा। इससे वे अपने कालेज से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उसी कोड के जरिए वे डेली रिकार्ड विश्वविद्यालय को भेज सकेंगे।
दस को होगी ट्रेनिंग
इस नए साफ्टवेयर के संबंध में सभी प्राचार्यो और परीक्षा केंद्र प्रभारियों को 10 दिसंबर को ट्रेनिंग दी जाएगी। यह एक दिवसीय प्रशिक्षण विश्वविद्यालय में ही आयोजित किया जाएगा। इसमें साफ्टवेयर बनाने वाले कंप्यूटर एक्सपर्ट इससे जुड़ी सभी जानकारी प्राचार्यो को देंगे।
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परीक्षा कार्य को सरल बनाने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय ने यह साफ्टवेयर तैयार कराया है। इससे कालेजों के साथ-साथ छात्र और विश्वविद्यालय खुद भी लाभांवित होगा। सेमेस्टर पैटर्न में यह साफ्टवेयर काफी लाभदायक साबित होगा। इसे अन्य परीक्षाओं में भी लागू किया जाएगा।
डॉ.संजय तिवारी, रजिस्ट्रार बीयू

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